जब हमारे लीवर में 60 से 70% चर्बी की मात्रा बढ़ जाती है तब हम उसे फैटी लिवर कहते हैं जिस वजह से हमें बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे की पाचन में समस्या और पेट दर्द आदि।
फैटी लिवर दो प्रकार का होता है:-
(1)अल्कोहलिक(alcoholic)- जब हम अधिक शराब आदि का सेवन करते हैं तो हमारे लीवर में बहुत सारी समस्याएं पैदा हो ने लगती है जिस वजह से पाचन क्रिया में हमारा लीवर असमर्थ हो जाता है और हमारे शरीर में फैटी लीवर की समस्या होने लगती है।
(2)नॉनअल्कोहलिक(nonalcoholic)- जब हम अपने खान-पान पर ध्यान नहीं देते , ऐसा आहार लेते हैं जिनको पचाने में बहुत ज्यादा समय लगता है जो सीधे-सीधे प्रकृति से नहीं आते जैसे मैदा ,रिफाइन तेल आदि तब हमारे शरीर में फैटी लीवर की समस्या होने लगती है।
आइए जानते हैं फैटी लीवर के क्या लक्षण होते हैं?
वैसे तो फैटी लीवर के कोई लक्षण नहीं होते पर कुछ ऐसे छोटी-छोटी बातें जिसे पता लगाया जा सकता है की आपको फैटी लीवर है या नहीं?
(1)पेट में दर्द होना
(2)थोड़ा काम करने के बाद ही थकान होने लगना
(3)भूख कम लगना
(4)अचानक से वजन कम होना
जब आपको ऐसे कुछ लक्षण दिखाई दे तो आप तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाकर एक बार लीवर को जरूर जांच कराएं, ताकि समय से पहले आपको पता चल सके कि आपका लिवर फैटी है या नहीं ताकि आप इसको ठीक कर सकें।
आइए जानते हैं कि फैटी लीवर की जांच किस प्रकिया से कि जाती है?
(1)रक्त परीक्षण
(2)इमेजिंग परीक्षण
(3)बायोप्सी प्रक्रिया है
यह कुछ ऐसी प्रक्रिया है जिससे कि यह पता लगाया जाता है कि आपका लिवर फैटी है या नहीं।
फैटी लीवर से राहत कैसे पाएं?
फैटी लीवर से राहत पाने के लिए हमें कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए जैसे कि -
(1) जितना हो सके सही नींद लेने की कोशिश करें
(2)आहार में उन चीजों को शामिल करें जो सीधे-सीधे प्रकृति से आती हैं कि फल ,सब्जियां आदि।
(3)जितना हो सके हमें कच्चे भोजन को खाना चाहिए जैस जैसे फल और सब्जियां के अंकुरित बीज आदि।
(4)हमें फास्ट फूड का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए इससे समस्या और भी बढ़ सकती है।
(5)हर रोज कम से कम एक घंटा योग या एक्सरसाइज करके हम अपने लवर को ठीक कर सकते हैं साथ ही हम कई प्रकारकी बीमारी से भी राहत पा सकते हैं।
उम्मीद है आपको यह पोस्ट अच्छा लगा होगा।
धन्यवाद!



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